उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हाल ही में हुई हेलिकॉप्टर क्रैश लैंडिंग की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हेलिकॉप्टर ओवरहेड केबल से टकरा गया था, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और वह आपातकालीन लैंडिंग करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह जानकारी एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी रिपोर्ट में दी गई है।
घटना उस समय की है जब एक निजी हेलिकॉप्टर राहत सामग्री लेकर उत्तरकाशी के एक दूरस्थ गांव में जा रहा था। तेज हवाओं और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण चॉपर को आपात स्थिति में उतारने का प्रयास किया गया, लेकिन इसी दौरान वह ऊपर से गुजर रही बिजली की तारों (ओवरहेड केबल) से टकरा गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस टक्कर के चलते पायलट को चॉपर की दिशा पर नियंत्रण नहीं रहा और वह तेजी से जमीन की ओर गिरा। सौभाग्य से, इस दुर्घटना में किसी की जान नहीं गई, लेकिन हेलिकॉप्टर को गंभीर क्षति हुई और पायलट को हल्की चोटें आईं।
AAIB ने सिफारिश की है कि ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में उड़ानों से पहले ओवरहेड केबल की मैपिंग की जानी चाहिए और पायलटों को इस बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं टाली जा सकें।
स्थानीय प्रशासन और हेलिकॉप्टर कंपनी से भी कहा गया है कि वे सुरक्षा मानकों को और सख्त करें और पूर्व चेतावनी प्रणाली को मजबूत बनाएं।