असम के बकसा जेल के बाहर जुबिन गर्ग मौत मामले को लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज (lathi-charge) किया, जब उन्होंने पांच आरोपियों को ले जा रही वाहनों पर पत्थर फेंके। इस घटना के दौरान इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों का उद्देश्य आरोपियों पर अपनी नाराजगी और विरोध जताना था। आरोपियों को अदालत में पेशी के लिए जेल से बाहर ले जाया जा रहा था, तभी प्रदर्शनकारियों ने विरोध स्वरूप पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बल तैनात किए और हिंसा को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रत्यक्ष निगरानी के लिए इलाके में डटे हुए थे। बकसा जेल और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और कानून का पालन करें, ताकि मामले की जांच और न्याय प्रक्रिया प्रभावित न हो।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं से जेल परिसर और आस-पास के नागरिक क्षेत्र में सुरक्षा की संवेदनशीलता बढ़ जाती है। स्थानीय प्रशासन ने भी कहा कि आगे किसी भी संभावित हिंसा को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल और बैरिकेडिंग लगाई जा रही है।
जुबिन गर्ग मौत मामला अब भी असम में गंभीर सामाजिक और कानूनी चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस और प्रशासन इसे पूरी तरह से कानूनी और शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए तैयार हैं।
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