भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की केरल इकाई ने मंगलवार (25 नवंबर, 2025) को सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का गंभीर आरोप लगाया। पार्टी का कहना है कि स्थानीय निकाय चुनावों से पहले सरकार मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए “भ्रमित करने वाली और राजनीतिक रूप से प्रेरित” रणनीतियों का इस्तेमाल कर रही है।
थिरुवनंतपुरम में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के राज्य महासचिव एस. सुरेश ने सरकार द्वारा स्त्री सुरक्षा पेंशन फॉर्म के वितरण पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इन फॉर्मों का अचानक और व्यापक पैमाने पर प्रसार चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जिससे मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। सुरेश के अनुसार, यह कदम न केवल आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है बल्कि सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का भी उदाहरण है।
बीजेपी नेता ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव करीब आते जा रहे हैं, एलडीएफ सरकार सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का सहारा लेकर राजनीतिक लाभ जुटाने की कोशिश कर रही है। सुरेश ने आरोप लगाया कि पेंशन फॉर्म बांटने की यह पहल “सामाजिक कल्याण” के नाम पर वोट बैंक को साधने का एक स्पष्ट प्रयास है।
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उन्होंने राज्य चुनाव आयोग से इस मामले का संज्ञान लेने और तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। बीजेपी का कहना है कि ऐसी गतिविधियाँ चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता को प्रभावित करती हैं और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करती हैं।
बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार जनता के धन का उपयोग राजनीतिक प्रचार में कर रही है, जिसे किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता। पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ऐसी गतिविधियों को नहीं रोकती, तो वे व्यापक आंदोलन और कानूनी कार्रवाई का सहारा लेने पर मजबूर होंगे।
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