पश्चिम बंगाल में भाजपा ने आगामी 2026 विधानसभा चुनावों से पहले जनता तक पहुँच बनाने के लिए एक अनोखी पहल की है। पार्टी ने ‘नरेंद्र कप’ फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन शुरू किया है, जिसे भाजपा अपने बड़े आउटरीच अभियान का हिस्सा मान रही है।
भाजपा का मानना है कि फुटबॉल बंगाल का "जनता का खेल" है और इसका जन-जन से सीधा संबंध है। पार्टी रणनीतिकारों का तर्क है कि जिस तरह क्रिकेट अन्य राज्यों में लोकप्रिय है, उसी तरह बंगाल में फुटबॉल लोगों की भावनाओं से गहराई से जुड़ा हुआ है। इस खेल के जरिए भाजपा न केवल युवाओं को जोड़ना चाहती है, बल्कि ग्रामीण और शहरी दोनों वर्गों तक अपनी पहुंच बढ़ाना चाहती है।
नरेंद्र कप का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया है, जिससे पार्टी अपने नेतृत्व की छवि को भी मजबूत करना चाहती है। इस टूर्नामेंट में जिले-दर-जिले टीमें हिस्सा लेंगी और इसका समापन बड़े स्तर पर राज्य स्तरीय मुकाबलों के साथ होगा। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि "लोगों के दिलों तक पहुँचने का साधन" है।
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विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा का यह कदम तृणमूल कांग्रेस के प्रभाव वाले इलाकों में वोट बैंक खिसकाने की कोशिश है। वहीं, विपक्ष का आरोप है कि भाजपा खेलों को राजनीति से जोड़ रही है।
फुटबॉल-प्रेमी राज्य में यह पहल कितनी असरदार होगी, यह तो आने वाला चुनाव ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि राजनीति का मैदान अब खेल के मैदान से और गहराई से जुड़ चुका है।
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