हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यपाल के हालिया बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राज्यपाल ने कहा था कि “हिमाचल उड़ता पंजाब बन जाएगा,” जिस पर सीएम सुक्खू ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे बयान संवैधानिक पद की गरिमा के खिलाफ हैं।
सीएम सुक्खू ने कहा, “हम राज्यपाल का सम्मान करते हैं क्योंकि वे एक संवैधानिक और गरिमामय पद पर आसीन हैं। लेकिन, इस तरह के बयान देना उस पद के अनुरूप नहीं है। हमें हिमाचल प्रदेश के लोगों का सम्मान करना चाहिए और उन्हें किसी नकारात्मक तुलना से नहीं जोड़ना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है और सरकार ने कई ड्रग डि-एडिक्शन कैंपेन और कानून लागू किए हैं ताकि राज्य को नशामुक्त बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस तरह के बयान राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं और युवाओं के मनोबल पर गलत असर डाल सकते हैं।
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मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से अपील की कि वे राज्य के विकास और लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करें, न कि ऐसे बयान दें जो विवाद और असंतोष फैलाएं।
राजनीतिक हलकों में यह बयान चर्चा का विषय बन गया है और विपक्षी दलों ने भी इस पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। सरकार का कहना है कि भविष्य में ऐसी बयानबाजी से बचते हुए सभी पक्षों को राज्य की प्रगति के लिए एकजुट रहना चाहिए।
कुल मिलाकर, सीएम सुक्खू ने यह स्पष्ट कर दिया कि हिमाचल प्रदेश की तुलना ‘उड़ता पंजाब’ से करना अनुचित और अपमानजनक है, जिसे राज्य के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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