कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद टी.एन. प्रतापन ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने केरल के त्रिशूर लोकसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की है। उन्होंने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
प्रतापन का आरोप है कि वर्ष 2023-24 के मतदाता सूची अद्यतन के दौरान भाजपा ने चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त एक निजी सॉफ्टवेयर कंपनी को प्रभावित किया। उनके मुताबिक, इस हेराफेरी के जरिए त्रिशूर संसदीय क्षेत्र में अंतिम समय पर 30,000 से अधिक फर्जी नाम मतदाता सूची में जोड़े गए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह सिर्फ त्रिशूर का मामला नहीं है, बल्कि केरल के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की गड़बड़ियों की संभावना है। उन्होंने कहा कि यह चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाता है और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरा है।
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प्रतापन ने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले में निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि इस तरह की गड़बड़ियों के बिना भाजपा के लिए केरल में चुनावी बढ़त हासिल करना संभव नहीं है।
उन्होंने राज्य सरकार और विपक्षी दलों से भी अपील की कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और सुनिश्चित करें कि आगामी चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी हों।
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