ईरान के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित एक अदालत भवन पर हुए घातक हमले में अज्ञात बंदूकधारियों ने 6 लोगों की जान ले ली और करीब 20 लोगों को घायल कर दिया। यह हमला गुरुवार को सिस्तान प्रांत के एक संवेदनशील इलाके में हुआ, जो पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है।
अर्ध-सरकारी तसनीम समाचार एजेंसी, जो आमतौर पर सुरक्षा बलों के करीब मानी जाती है, ने इस हमले के पीछे प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जैश अल-अदल (Jaish al-Adl) को जिम्मेदार ठहराया है। यह संगठन लंबे समय से ईरान के सिस्तान और पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लिए स्वतंत्रता की मांग करता आ रहा है।
हमलावरों ने अचानक कोर्ट परिसर में घुसकर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षाबलों ने तत्परता से जवाबी कार्रवाई की, लेकिन तब तक कई लोग हमले की चपेट में आ चुके थे। घायल हुए 20 लोगों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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ईरान के अधिकारियों ने इस घटना को आतंकवादी हमला करार दिया है और कहा है कि हमलावरों की पहचान और पकड़ के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है। यह क्षेत्र पहले भी उग्रवाद और आतंकी घटनाओं का केंद्र रहा है।
सरकार ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना ने एक बार फिर ईरान की सीमावर्ती सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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