केरल में राजनीतिक बयानबाज़ी तब तेज़ हो गई जब CPI(M) नेता और राज्य मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें भाजपा द्वारा कांग्रेस को भीतर से कमजोर करने के लिए भेजा गया “ट्रोजन हॉर्स” बताया।
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया था कि केरल की वाम सरकार केंद्र की भाजपा सरकार की इच्छानुसार काम कर रही है, जिसके बाद शिवनकुट्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वेणुगोपाल राहुल गांधी को "गलत सलाह" देते हैं और कांग्रेस को हर राज्य में कमजोर कर रहे हैं।
नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए वेणुगोपाल ने आरोप लगाया था कि वाम सरकार केंद्र के लेबर कोड को लागू करने की कोशिश कर रही थी, जबकि लेफ्ट से जुड़े ट्रेड यूनियन CITU और AITUC भी इसके खिलाफ थे। उन्होंने PM SHRI योजना पर हस्ताक्षर को भी “निंदनीय” बताया।
कोएलिशन पार्टनर CPI के कड़े विरोध के बाद, केरल सरकार ने हाल ही में PM SHRI योजना के कार्यान्वयन को स्थगित कर दिया था, जबकि कुछ दिन पहले ही इसका MoU साइन हुआ था।
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शिवनकुट्टी ने जवाब में कहा कि वेणुगोपाल वही नेता हैं जिन्होंने भाजपा को राज्यसभा में बहुमत दिलाने के लिए अपनी सीट छोड़ दी। उन्होंने आरोप लगाया कि वेणुगोपाल के भाजपा से “आंतरिक संबंध” हैं, क्योंकि केंद्रीय एजेंसियां सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई करती हैं लेकिन वेणुगोपाल को कभी छूती भी नहीं।
उन्होंने दावा किया कि वेणुगोपाल का अगला लक्ष्य केरल में भाजपा को मजबूत करना है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस “रणनीति” को पहचानने की सलाह दी।
हाल ही में केंद्र के लेबर कोड से जुड़ा मसौदा केरल में जारी होने पर विवाद बढ़ा था, जबकि वाम दल राष्ट्रीय स्तर पर इन कोड्स का विरोध करते रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के बाद शिवनकुट्टी ने स्पष्टीकरण दिया कि राज्य में लेबर कोड लागू नहीं किया जाएगा।
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