मध्य प्रदेश के एक किसान की आय प्रमाण पत्र में हुई एक क्लेरिकल गलती ने उसे 'भारत का सबसे गरीब व्यक्ति' बना दिया। यह अजीब मामला तब सामने आया जब किसान के आय प्रमाण पत्र में वार्षिक आय ₹0 दर्शाई गई, जिससे यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
इस त्रुटिपूर्ण दस्तावेज़ में किसान की मासिक आय शून्य बताई गई थी, जो कि प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक बन गया। वायरल होते ही यह मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया और वे तुरंत हरकत में आ गए। 25 जुलाई तक किसान का नया प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जिसमें वार्षिक आय ₹30,000 (₹2,500 प्रति माह) दर्ज की गई।
यह घटना न केवल सरकारी दस्तावेज़ी प्रक्रिया की गंभीर खामियों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक छोटी सी गलती किसी की सामाजिक पहचान और आत्म-सम्मान पर असर डाल सकती है।
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हालांकि नई आय का आंकड़ा भी गरीबी रेखा के नीचे की स्थिति को दर्शाता है, लेकिन कम से कम अब किसान को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में परेशानी नहीं होगी।
अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की गलतियों से बचने के लिए दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया को मजबूत किया जाएगा। वहीं स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि किसानों के साथ इस प्रकार की लापरवाहियां न की जाएं।
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