महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने दावा किया कि एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं के संपर्क में थे। राणे ने कहा कि भले ही रोहित पवार एनसीपी (शरद पवार) का हिस्सा हैं, लेकिन उनका झुकाव बीजेपी की ओर है।
नितेश राणे ने मीडिया से बातचीत में कहा, “रोहित पवार भले ही सार्वजनिक रूप से एनसीपी (शरद पवार) के साथ दिखाई देते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि उनका दिल बीजेपी के साथ है। वे कई बीजेपी नेताओं से लगातार संपर्क में रहते हैं।”
इस बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। रोहित पवार शरद पवार के करीबी माने जाते हैं और पार्टी के युवा चेहरे के रूप में उभर रहे हैं। नितेश राणे के इस दावे से यह अटकलें तेज हो गई हैं कि भविष्य में रोहित पवार बीजेपी में शामिल हो सकते हैं या सत्ता पक्ष के साथ तालमेल बना सकते हैं।
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हालांकि, इस पर रोहित पवार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। एनसीपी (शरद पवार गुट) के अन्य नेताओं ने नितेश राणे के बयान को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज किया है। उनका कहना है कि विपक्ष को कमजोर करने के लिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महाराष्ट्र में बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप आम हैं। आने वाले दिनों में यह स्पष्ट होगा कि रोहित पवार वास्तव में बीजेपी के संपर्क में थे या यह सिर्फ एक राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।
महाराष्ट्र की सियासत में इस बयान से सत्तारूढ़ और विपक्षी खेमों में नई चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
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