पुणे नगर निगम (PMC) के आगामी चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्य सरकार को निर्देश दिए जाने के बाद अगले वर्ष जनवरी के अंत तक सभी लंबित नगर निकाय चुनाव संपन्न हों इसके लिए शहर में चुनावी हलचल तेज हो गई है।
इस बार चुनावों में राजनीतिक परिवारों की नई पीढ़ी सक्रिय रूप से मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है, ताकि अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को जारी रखा जा सके।
स्थानीय राजनीतिक जानकारों के अनुसार, मौजूदा एनसीपी विधायक बापू पाठारे अपने बेटे सुरेंद्र पाठारे को नगर रोड क्षेत्र से चुनावी पैनल में उतारने की योजना बना रहे हैं। वहीं, एनसीपी विधायक चेतन टुपे अपने बेटे को हडपसर-सटाववाडी चुनावी पैनल में मैदान में उतार सकते हैं।
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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि परिवार की राजनीतिक विरासत को बनाए रखने के लिए नई पीढ़ी के इन कदमों से न केवल उनके पारिवारिक प्रभाव में वृद्धि होगी, बल्कि पार्टी के लिए भी यह एक रणनीतिक बढ़त साबित हो सकती है।
नागरिक निकाय चुनावों में युवा नेताओं की भागीदारी शहर की राजनीति में नए रंग और जोश को जोड़ती है। इसके अलावा, इन उम्मीदवारों की सक्रियता और नई सोच से मतदाताओं को भी जोड़ने में मदद मिलेगी।
चुनावी तैयारी में नए उम्मीदवारों की नामांकन प्रक्रिया, चुनाव प्रचार और मतदाता संपर्क के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। चुनाव आयोग भी तैयारियों की निगरानी कर रहा है।
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