राज्यसभा में सोमवार को SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ, जिसके चलते सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे पुनः शुरू हुई, जहां अध्यक्ष ने "द कैरेज ऑफ गुड्स बाय सी बिल 2025" पर चर्चा जारी रखने की कोशिश की। हालांकि, विपक्षी सांसदों ने SIR मुद्दे पर लगातार विरोध प्रदर्शन किया, जिससे सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई।
अध्यक्ष ने बार-बार विपक्षी सांसदों से शांति बनाए रखने और विधायी कार्यवाही को आगे बढ़ाने की अपील की, लेकिन विपक्ष अपने विरोध पर अड़ा रहा। विपक्ष का कहना था कि SIR के कारण बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है।
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स्थिति को देखते हुए, अध्यक्ष ने अंततः सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित करने का फैसला लिया।
राज्यसभा में लगातार यह मुद्दा विवाद का कारण बना हुआ है। विपक्षी दल मांग कर रहे हैं कि सरकार इस मामले पर विस्तृत बयान दे और मतदाता सूची से हटाए गए नामों को लेकर पारदर्शिता बरते।
संसदीय मामलों के जानकारों का मानना है कि यदि सरकार और विपक्ष के बीच इस मुद्दे पर सहमति नहीं बनी तो आने वाले दिनों में भी सदन की कार्यवाही बाधित रह सकती है।
इससे पहले भी SIR को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा हो चुका है और विपक्ष ने इसे "लोकतंत्र पर हमला" करार दिया था। सरकार का कहना है कि SIR का उद्देश्य केवल मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करना है।
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