केरल के कन्नूर जिले में वन विभाग की सक्रियता के बाद दो लोगों को अजगर को मारने और उसके मांस को पकाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई वन विभाग को मिली गुप्त सूचना (टिप-ऑफ) के बाद की गई।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों ने जंगल में एक अजगर को मौत के घाट उतारा और फिर उसका मांस पकाने की तैयारी कर रहे थे। वन विभाग की टीम ने तुरंत घटना स्थल पर पहुँचकर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया और उन्हें स्थानीय पुलिस के हवाले किया।
वन अधिकारियों ने बताया कि अजगर के मांस का अवैध शिकार और उसका उपभोग वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत गंभीर अपराध माना जाता है। केरल वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अनुसार अजगर जैसी संरक्षित प्रजातियों को मारना या उनका मांस खाना कानूनन प्रतिबंधित है।
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आरोपियों के खिलाफ मामले की जांच शुरू कर दी गई है और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। अधिकारियों ने चेतावनी दी कि ऐसे कृत्य न केवल वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को भी प्रभावित करते हैं।
वन्यजीव संरक्षण विशेषज्ञों का कहना है कि अजगर और अन्य सांप जैसी प्रजातियां स्थानीय पारिस्थितिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनके शिकार और मांस का अवैध उपयोग गंभीर जैविक असंतुलन पैदा कर सकता है।
इस घटना के बाद वन विभाग ने जनता से अपील की है कि वे ऐसी गतिविधियों की सूचना तुरंत वन विभाग को दें ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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