रविवार रात कीव पर भारी मिसाइलों और सैकड़ों ड्रोन के हमले के बीच, जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हुई, अमेरिका और रूस ने अबू धाबी में गुप्त शांति वार्ता की शुरुआत की। यह वार्ता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की यूक्रेन युद्ध समाप्त करने की नई और तेज़ कूटनीतिक कोशिशों का हिस्सा है।
अमेरिकी सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल ने रूसी अधिकारियों के साथ यह अप्रत्याशित बैठक की, जिसकी जानकारी एक अमेरिकी अधिकारी ने रॉयटर्स को दी। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रूस की ओर से कौन प्रतिनिधिमंडल में शामिल था। ड्रिस्कॉल के यूक्रेनी अधिकारियों से भी मिलने की उम्मीद है।
इन वार्ताओं के बीच अमेरिका और यूक्रेन के बीच शांति योजना को लेकर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेद बने हुए हैं। यूक्रेन आशंकित है कि कहीं उस पर ऐसा समझौता थोपने की कोशिश न की जाए जो क्रेमलिन के पक्ष में झुका हुआ हो।
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नवीनतम अमेरिकी शांति योजना—28 बिंदुओं वाला प्रस्ताव—पिछले सप्ताह सामने आया, जिसने वाशिंगटन, कीव और यूरोप में हलचल मचा दी। इस योजना में कीव से अधिक क्षेत्र छोड़ने, सैन्य क्षमताओं पर रोक लगाने और कभी भी NATO में शामिल न होने की शर्तें शामिल थीं—जिन्हें यूक्रेन आत्मसमर्पण के समान मानता है।
रूस की बढ़ती सैन्य प्रगति और भ्रष्टाचार घोटाले के बाद दो मंत्रियों की बर्खास्तगी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की की स्थिति को और कमजोर कर दिया है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि जिनेवा में सप्ताहांत हुई बातचीत के बाद “कई बिंदुओं में सुधार” हुआ है, लेकिन संवेदनशील मुद्दों पर राष्ट्रपति ट्रंप से चर्चा बाकी है।
रूस ने अबू धाबी बैठक पर टिप्पणी करने से इनकार किया, लेकिन क्रेमलिन ने कहा कि “ट्रंप की योजना बातचीत की मजबूत नींव बन सकती है।”
इसी बीच, रोमानिया ने अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर रही संदिग्ध रूसी ड्रोन गतिविधि देखते हुए लड़ाकू विमानों को भेजा, जिससे यूरोप के पूर्वी मोर्चे पर तनाव और बढ़ गया है।
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