प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुर्गा पूजा भारतीय समाज की एकता, सांस्कृतिक जीवंतता और सामूहिक उत्सव भावना का प्रतीक है। उन्होंने रविवार को दिल्ली के चित्तरंजन पार्क में आयोजित दुर्गा पूजा महोत्सव में भाग लिया, जहाँ उन्होंने विभिन्न पंडालों का भ्रमण किया और धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लिया।
मोदी ने मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने पूजन किया और उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक सौहार्द का उत्सव है। यह त्योहार समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने का कार्य करता है और सामूहिक शक्ति का संदेश देता है।
चित्तरंजन पार्क के आयोजकों ने प्रधानमंत्री के आगमन को “गौरव का क्षण” बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का महाअष्टमी के दिन काली मंदिर आना पूरे समुदाय के लिए सम्मान की बात है। आयोजकों के अनुसार, यह कदम देशभर में दुर्गा पूजा की बढ़ती पहचान और सांस्कृतिक महत्त्व को भी दर्शाता है।
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प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर बंगाली समुदाय और देशभर के श्रद्धालुओं को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि भारत की परंपराएँ और त्योहार दुनिया को शांति, सद्भाव और समरसता का संदेश देते हैं। दुर्गा पूजा इस संदेश को और अधिक सशक्त बनाती है।
उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे इस पर्व को केवल उत्सव तक सीमित न रखें, बल्कि इसे समाज सेवा और सामूहिक सहयोग का माध्यम भी बनाएं।