अयोध्या में रविवार को आयोजित नौवें दीपोत्सव के उद्घाटन के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब वहां दीप जल रहे हैं, जहां कभी रामभक्तों पर गोलियां चलाई गई थीं। योगी ने कहा कि अयोध्या ने वह समय भी देखा जब कांग्रेस ने कहा था कि "राम एक काल्पनिक पात्र हैं" और समाजवादी पार्टी की सरकार में रामभक्तों पर गोलियां चली थीं।
योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम और सीता जी के ‘राज्याभिषेक’, पूजन, वंदना और आरती करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश किसी पहचान संकट से नहीं जूझ रहा है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रण ठुकराने वाले वही लोग हैं जो बाबर की कब्र पर सिर झुकाते हैं। योगी ने कहा, “जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया गया तो उन्होंने इसे ठुकरा दिया। ये वही लोग हैं जो भारत की सांस्कृतिक आस्था को कभी स्वीकार नहीं कर पाए।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या विकास और विरासत का अद्भुत संगम बन चुका है। 2017 में जब पहली बार दीपोत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया गया था, तब उद्देश्य यह था कि पूरी दुनिया को दिखाया जाए कि दीप जलाने की परंपरा कैसी होती है।
इस वर्ष के दीपोत्सव में प्रदेशभर में 1 करोड़ 51 लाख दीये जलाए जा रहे हैं। केवल अयोध्या में ही 56 घाटों पर 26 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित किए जाएंगे। लगभग 28 लाख दीयों की अग्रिम व्यवस्था की गई है, ताकि एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जा सके।