यूनान के रोड्स में आयोजित यूरोपियन क्लब कप में भारतीय शतरंज खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। शीर्ष बोर्ड पर डी. गुकेश ने स्वर्ण पदक जीता और उनकी टीम SuperChess भी विजेता बनी। गुकेश के लिए यह प्रदर्शन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद थोड़ी अनियमितता दिखाई थी।
महिला वर्ग में, दिव्या देशमुख ने दूसरे बोर्ड पर स्वर्ण पदक हासिल किया और उनकी टीम Cercle d'echecs de Monte Carlo चैंपियन बनी। दिव्या देशमुख एकमात्र महिला खिलाड़ी हैं, जो आगामी शतरंज वर्ल्ड कप में हिस्सा लेंगी, और यह प्रदर्शन उन्हें भारत में होने वाले टूर्नामेंट के लिए अच्छी तैयारी में रखता है।
शतरंज वर्ल्ड कप 2025 गोवा में 31 अक्टूबर से 27 नवंबर तक आयोजित होगा। विजेता, रनर-अप और तीसरे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी 2026 के कैनडिडेट्स में भी प्रवेश पाएंगे। इस टूर्नामेंट में भारत के 24 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। गुकेश शीर्ष बीज हैं, जबकि Arjun Erigaisi और R Praggnanandhaa क्रमशः दूसरे और तीसरे बीज पर हैं।
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गुकेश ने 2024 को वर्ल्ड चैंपियन बनकर समाप्त किया था, लेकिन 2025 उनका चुनौतीपूर्ण साल रहा। जनवरी में उन्होंने Tata Masters में R Praggnanandhaa से टाई-ब्रेकर में हार का सामना किया। इसके बाद Freestyle Chess Grand Slam में पेरिस चरण में आठवां और 11वां स्थान प्राप्त किया। रोमानिया में ग्रैंड चेस टूर के दूसरे चरण में छठा स्थान और Norway Chess में 14.5 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, जिसमें उन्होंने Magnus Carlsen को हराया। SuperUnited Croatia 2025 के रैपिड सेक्शन में भी उन्होंने Carlsen को मात दी।
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