अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (IPC) ने रूस और बेलारूस की पैरालंपिक समितियों पर लगाए गए आंशिक निलंबन को हटा दिया है। पहले IPC ने दोनों देशों को बीजिंग 2022 पैरालंपिक खेलों से बाहर कर दिया था। उस समय यह निर्णय यूक्रेन युद्ध के चलते अंतरराष्ट्रीय दबाव और खेलों की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए लिया गया था।
IPC ने घोषणा की कि अब रूस और बेलारूस को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है, हालांकि कुछ प्रतिबंध अभी भी लागू रहेंगे। दोनों देशों के खिलाड़ी IPC द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगे, लेकिन उन्हें तटस्थ ध्वज के तहत खेलना होगा और राष्ट्रीय प्रतीक या गान का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
IPC अध्यक्ष ने कहा कि यह निर्णय गहन विचार-विमर्श और सदस्य देशों की राय लेने के बाद लिया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि IPC खेलों को राजनीति से अलग रखने का प्रयास कर रहा है, हालांकि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में यह चुनौतीपूर्ण है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम दोनों देशों के खिलाड़ियों के लिए राहत की तरह है, जो लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मंच से दूर थे। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि इस तरह के फैसले युद्धग्रस्त क्षेत्रों के पीड़ितों की भावनाओं को आहत कर सकते हैं और यह कदम विवादास्पद भी रह सकता है।
रूस और बेलारूस की पैरालंपिक समितियों ने IPC के इस फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि यह खेलों में समावेश और खिलाड़ियों के अधिकारों की दिशा में सकारात्मक कदम है।
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