आईपीएल 2026 से पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने मिनी ऑक्शन में वेंकटेश अय्यर को 7 करोड़ रुपये में खरीदा, लेकिन टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि लीग के शुरुआती मुकाबलों में उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना मुश्किल हो सकता है। कुंबले ने कहा कि एक विजेता टीम में अनावश्यक बदलाव करना सही नहीं होता और यही वजह है कि आरसीबी शुरुआती चरण में अपने संतुलन के साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहेगी।
इस महीने की शुरुआत में वेंकटेश अय्यर को लेकर आरसीबी और उनकी पूर्व टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच कड़ी बोली लगी थी। आखिरकार 16 दिसंबर को अबू धाबी में हुए ऑक्शन में आरसीबी ने उन्हें अपने खेमे में शामिल किया। डिफेंडिंग चैंपियन आरसीबी ने अय्यर के अलावा जैकब डफी और मंगेश यादव जैसे खिलाड़ियों को भी टीम में जोड़ा।
जियोस्टार पर विशेषज्ञ के रूप में बात करते हुए अनिल कुंबले ने कहा, “वेंकटेश अय्यर सीजन की शुरुआत में प्लेइंग इलेवन में नहीं होंगे। जीतने वाली टीम में संदेह पैदा नहीं करना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि शायद इसी वजह से आरसीबी ने रवि बिश्नोई जैसे स्पिनर के लिए आक्रामक बोली नहीं लगाई, ताकि युवा स्पिनर सुयश शर्मा पर दबाव न पड़े।
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कुंबले ने आरसीबी की रणनीति की सराहना करते हुए कहा कि फ्रेंचाइजी ने आईपीएल खिताब जीतने वाली टीम के कोर को बनाए रखा है और केवल बैकअप विकल्प जोड़े हैं। जैकब डफी को जोश हेज़लवुड के विकल्प के तौर पर और मंगेश यादव को यश दयाल के बैकअप के रूप में देखा जा रहा है।
पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने भी कहा कि वेंकटेश अय्यर को लेकर तुरंत प्लेइंग इलेवन में जगह मिलने पर सवाल बना हुआ है, क्योंकि टीम पहले से संतुलित है। वहीं, आरसीबी के मुख्य कोच एंडी फ्लावर ने अय्यर की नेतृत्व क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि वह ड्रेसिंग रूम और मैदान दोनों में टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं।
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