भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को चयनकर्ताओं द्वारा लगातार नजरअंदाज किए जाने के बावजूद, वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बंगाल के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। शमी, जिन्होंने भारत के लिए आखिरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी जीत अभियान के दौरान खेला था, अब तक छह मैचों में 12 विकेट चटकाकर अपने कौशल का दमदार प्रदर्शन कर चुके हैं। इसके बावजूद भारतीय टीम में उनकी वापसी को लेकर चयनकर्ताओं की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली शमी के समर्थन में सामने आए हैं। गांगुली ने कहा कि फिटनेस और कौशल के लिहाज से शमी तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए खेलने की पूरी क्षमता रखते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि चयनकर्ता शमी के प्रदर्शन को ध्यान से देख रहे होंगे। चयनकर्ताओं और शमी के बीच सही संवाद होना जरूरी है। फिटनेस और स्किल की बात करूं तो ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि वह टेस्ट, वनडे और टी20—तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए क्यों नहीं खेल सकते।”
इससे पहले हरभजन सिंह भी टीम मैनेजमेंट पर शमी की अनदेखी को लेकर नाराज़गी जता चुके हैं। उन्होंने कहा कि टीम मैनेजमेंट लगातार अच्छे गेंदबाजों को नजरअंदाज कर रहा है।
हरभजन ने कहा, “शमी कहां है, कोई नहीं जानता। प्रसिद्ध अच्छा गेंदबाज है, पर अभी सीखने के लिए बहुत कुछ है। आप अच्छे गेंदबाजों को धीरे-धीरे बाहर कर रहे हैं। बुमराह के साथ गेंदबाजी अटैक अलग दिखता है और बिना बुमराह यह बिल्कुल अलग हो जाता है।”
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हरभजन ने आगे कहा कि सफेद गेंद क्रिकेट में भारत के पास पर्याप्त मैच-विनर्स नहीं हैं और यह चिंता का विषय है।
उन्होंने इंग्लैंड दौरे का उदाहरण देते हुए कहा, “बुमराह के बिना भी सिराज ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत ने सभी टेस्ट जीते। लेकिन छोटे फॉर्मेट में ऐसे गेंदबाज ढूंढने होंगे जो लगातार विकेट ला सके।
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