भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में गुरुवार को मुल्लांपुर के मैदान पर रोमांचक शुरुआत देखने को मिली। भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने दुर्लभ टॉस जीत दर्ज की और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। टीम इंडिया ने शुरुआती ओवर में ही दक्षिण अफ्रीका पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन पहले ओवर में रन आउट का बड़ा मौका गंवाना टीम के लिए भारी साबित हुआ। रीज़ा हेंड्रिक्स को मिले इस जीवनदान का दक्षिण अफ्रीका ने पूरा फायदा उठाया।
क्विंटन डी कॉक और हेंड्रिक्स ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और तीन ओवर में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 22/0 पहुंचा दिया। भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को शुरुआती ओवर में काफी रन पड़े, जिसके चलते टीम ने तेजी से बदलाव करते हुए मिस्ट्री स्पिनर को आक्रमण पर लगाया। स्पिनर ने तुरंत असर दिखाते हुए रन गति पर लगाम लगाने की कोशिश शुरू कर दी।
कप्तान सूर्यकुमार यादव और टीम निदेशक गौतम गंभीर ने पहले मैच की विजेता प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया, जो कि एक साहसिक फैसला माना जा रहा है। यह कदम खिलाड़ियों में विश्वास और निरंतरता बनाए रखने के लिए उठाया गया।
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मैच में सबसे अधिक ध्यान हार्दिक पांड्या पर था, जो इतिहास रचने के बेहद करीब हैं। वह टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 विकेट और 1,000 रन पूरे करने वाले पहले तेज गेंदबाज ऑलराउंडर बनने से सिर्फ एक विकेट दूर हैं।
भारत ने पहला टी20 मैच कटक में 101 रनों से जीतकर शानदार शुरुआत की थी और इस मुकाबले में बढ़त को 2-0 करने की कोशिश में है। दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी मजबूत शुरुआत के साथ भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाती दिख रही है।
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