एशेज सीरीज़ के चौथे टेस्ट में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) की पिच को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। मैच महज दो दिन में समाप्त हो गया, जिससे पिच की तीखी आलोचना हुई। इस पिच को तैयार करने वाले एमसीजी के क्यूरेटर मैट पेज ने कहा कि विकेटों के इस तरह गिरने से वह “स्तब्ध” रह गए।
इंग्लैंड ने शनिवार को चाय के बाद चार विकेट से जीत दर्ज की, जिसके बाद पिच को गेंदबाजों के पक्ष में अत्यधिक मददगार बताया गया। मैट पेज ने रविवार (28 दिसंबर 2025) को कहा, “मैं पूरी तरह सदमे में था। मैंने अपने करियर में कभी ऐसा टेस्ट मैच नहीं देखा और उम्मीद करता हूं कि दोबारा ऐसा न देखना पड़े। दो दिन तक जो कुछ हुआ, वह किसी रोलर-कोस्टर से कम नहीं था।”
आमतौर पर टेस्ट मैच पांच दिन तक चलते हैं और अधिकांश चार दिन में समाप्त होते हैं, लेकिन दो दिन में खत्म होने वाले टेस्ट बेहद दुर्लभ हैं। इस मैच के पहले दिन 20 विकेट गिरे, जबकि दूसरे दिन 16 विकेट और गिरे। इंग्लैंड ने 175 रनों का लक्ष्य हासिल कर पांच मैचों की सीरीज़ में लगातार तीन हार के बाद पहली जीत दर्ज की।
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मैच के जल्दी खत्म होने से मेजबान बोर्ड क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। 1 लाख दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम में तीसरे दिन के लिए बिक चुके सभी टिकटों और चौथे दिन के लिए तय बड़ी भीड़ के टिकटों का पैसा लौटाना पड़ा। The Indian Witness के अनुसार, पहले पर्थ टेस्ट के भी दो दिन में खत्म होने से CA को करीब 50 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का नुकसान हुआ था।
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया-भारत के बीच एमसीजी टेस्ट पांचवें दिन तक चला था, जिसमें विकेट पर 7 मिमी घास छोड़ी गई थी। इस बार ठंडे और नम मौसम के कारण 10 मिमी घास रखी गई। पेज ने स्वीकार किया कि संतुलन बनाने की कोशिश में इस बार पिच जरूरत से ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गई।
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