पाकिस्तान की सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने इस्लामाबाद में आत्मघाती हमला होने के बाद श्रीलंका क्रिकेट टीम के दौरे को जारी रखने के लिए सीधे हस्तक्षेप किया। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के अनुसार, श्रीलंका के खिलाड़ी धमाके के बाद खेलने के लिए अनिच्छुक थे, तब सेना प्रमुख ने श्रीलंका के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत कर स्थिति को नियंत्रित किया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष और गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने संसद में बताया कि फील्ड मार्शल ने श्रीलंका के रक्षा मंत्री और सचिव से स्वयं बात कर उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया। नक़वी ने कहा कि धमाके के बाद टीम ने "वापस लौटने का निर्णय लिया था," लेकिन उनकी बातचीत और आश्वासन के बाद बोर्ड और खिलाड़ियों ने बहादुरी दिखाते हुए पाकिस्तान में रहना जारी रखने का निर्णय लिया।
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार डिसानायक ने भी अपनी टीम से बात कर उन्हें आश्वस्त किया। पाकिस्तान में टीम की सुरक्षा अब पाकिस्तान आर्मी, रेंजर और इस्लामाबाद पुलिस द्वारा सुनिश्चित की जा रही है, और उन्हें राज्य अतिथि जैसी सुरक्षा और प्रोटोकॉल प्रदान किया जा रहा है।
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PCB अध्यक्ष ने यह भी बताया कि जिम्बाब्वे टीम पाकिस्तान पहुँच चुकी है और अब शेष मैच केवल रावलपिंडी में होंगे। श्रृंखला की शुरुआत अब 18 नवंबर से होगी, जबकि पहले यह 17 नवंबर तय थी। पहले लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में सभी टी20 मैच होने वाले थे, लेकिन अब केवल रावलपिंडी में खेल होंगे।
यह संकट मंगलवार को हुए आत्मघाती धमाके के बाद पैदा हुआ, जिसमें 12 लोग मारे गए। यह हमला पहले वन-डे इंटरनेशनल मैच शुरू होने से ठीक पहले हुआ। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका टीम पहले भी 2009 में लाहौर में हुए आतंकवादी हमले का सामना कर चुकी है।
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