महिला क्रिकेट विश्व कप का बहुप्रतीक्षित फाइनल रविवार को नवी मुंबई के डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां भारत और दक्षिण अफ्रीका खिताब के लिए आमने-सामने होंगे। भारतीय टीम आत्मविश्वास से लबरेज़ है, जिसने सेमीफाइनल में मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को एक रोमांचक और रिकॉर्ड रन चेज़ में हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में ‘वीमेन इन ब्लू’ अब अपने पहले विश्व कप खिताब के बेहद करीब हैं। वहीं, दक्षिण अफ्रीका पहली बार फाइनल में पहुंचा है और उसे इस ऐतिहासिक मौके पर कुछ असाधारण करना होगा ताकि घरेलू दर्शकों के उत्साह से भरे माहौल में भारत को चुनौती दी जा सके।
दिलचस्प बात यह है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों देशों के बीच कई समानताएं हैं। दोनों ही यूरोपीय उपनिवेशों से आज़ाद हुए, दोनों ने अपने-अपने सामाजिक आंदोलनों के माध्यम से लोकतंत्र और समानता की मिसाल पेश की। दोनों की अर्थव्यवस्था उद्योग और कृषि पर आधारित है, और सबसे बढ़कर, क्रिकेट दोनों के राष्ट्रीय जुनून का प्रतीक है।
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रविवार का यह मुकाबला सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि दो संघर्षशील राष्ट्रों की कहानी है जो मैदान पर सम्मान और गौरव की जंग लड़ेंगे। भारत के पास अपने घरेलू दर्शकों के सामने इतिहास रचने का सुनहरा अवसर है, जबकि दक्षिण अफ्रीका के पास अपनी पहली खिताबी जीत दर्ज करने का सपना पूरा करने का मौका होगा।
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