ऑस्ट्रिया की डेटा सुरक्षा प्राधिकरण ने यूट्यूब और उसकी मूल कंपनी गूगल एलएलसी को आदेश दिया है कि वह अपने यूजर्स को उनके व्यक्तिगत डेटा तक पूरी पहुँच प्रदान करें। यह आदेश नोइब (Noyb) द्वारा दायर एक मामले के तहत आया है, जिसमें यूरोप में डेटा गोपनीयता और उपयोगकर्ता अधिकारों का उल्लंघन करने के आरोप लगाए गए थे।
ऑस्ट्रियाई नियामक ने AFP को पुष्टि की कि उसने यूट्यूब के खिलाफ एक निर्णायक आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार, यूट्यूब को उपयोगकर्ताओं को उनके द्वारा साझा किए गए डेटा तक सीधी पहुंच देने की आवश्यकता है, ताकि उपयोगकर्ता देख सकें, डाउनलोड कर सकें और नियंत्रित कर सकें कि उनका डेटा कैसे उपयोग हो रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय यूरोप में डेटा गोपनीयता कानूनों, विशेष रूप से जीडीपीआर (General Data Protection Regulation) के अनुपालन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। नोइब संगठन लंबे समय से तकनीकी कंपनियों पर इस तरह के उल्लंघनों को रोकने और उपयोगकर्ताओं के अधिकारों की रक्षा करने का दबाव डाल रहा है।
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यूट्यूब और अन्य तकनीकी कंपनियों के लिए यह आदेश संकेत देता है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को पारदर्शिता बनाए रखनी होगी और उपयोगकर्ताओं के डेटा पर उनका नियंत्रण सुनिश्चित करना होगा।
प्राधिकरण ने कहा कि यह कदम उपयोगकर्ताओं को उनके निजी डेटा पर अधिकार देने और उन्हें अपने डिजिटल जीवन के नियंत्रण में सशक्त बनाने के लिए उठाया गया है। भविष्य में यह निर्णय अन्य यूरोपीय देशों में भी डेटा सुरक्षा और गोपनीयता कानूनों के लागू होने पर प्रभाव डाल सकता है।
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