एलन मस्क और ओपनएआई के बीच चल रही कानूनी लड़ाई में एक नया मोड़ आया है। अदालत में दाखिल दस्तावेज़ों के अनुसार, मस्क के वकीलों ने प्रयास किया कि ओपनएआई को मेटा (फेसबुक की मूल कंपनी) से मस्क की बोली से संबंधित कागजात हासिल न करने दिए जाएं।
पिछले सप्ताह ओपनएआई ने दावा किया था कि इस वर्ष की शुरुआत में मस्क ने कंपनी पर नियंत्रण पाने के लिए प्रतिद्वंद्वी मार्क ज़ुकरबर्ग को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन मेटा प्रमुख ने इसका समर्थन नहीं किया। अब मस्क की कानूनी टीम यह रोकने की कोशिश कर रही है कि ओपनएआई अदालत की कार्यवाही के दौरान मेटा से कोई भी संवेदनशील दस्तावेज़ न ले सके।
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कदम मस्क की रणनीति का हिस्सा हो सकता है जिससे उनके संभावित अधिग्रहण प्रयासों के विवरण सार्वजनिक न हों। वहीं, ओपनएआई का कहना है कि इन दस्तावेज़ों की जरूरत अदालत को यह समझाने के लिए है कि मस्क ने कंपनी पर नियंत्रण पाने के लिए किस हद तक प्रयास किए।
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यह मामला टेक उद्योग के दो दिग्गजों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) क्षेत्र में नियंत्रण की दौड़ को उजागर करता है। आने वाले हफ्तों में अदालत में होने वाली सुनवाई यह तय करेगी कि मेटा से दस्तावेज़ उपलब्ध कराए जाएंगे या नहीं।
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