अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इंटेल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पैट्रिक टैन को पद से हटाने की खुली मांग की। ट्रंप ने आरोप लगाया कि टैन के चीन से जुड़े संबंध "गंभीर हितों के टकराव" का कारण बन सकते हैं, जिससे न केवल कंपनी की नीतियों पर असर पड़ेगा, बल्कि उसकी पुनरुद्धार योजना भी पटरी से उतर सकती है।
ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि "टैन की चीनी पृष्ठभूमि और कारोबारी संबंध उन्हें ऐसे निर्णय लेने से रोक सकते हैं जो पूरी तरह अमेरिका के हित में हों।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि वर्तमान समय में सेमीकंडक्टर उद्योग, खासकर इंटेल जैसी प्रमुख अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
इंटेल ने हाल के वर्षों में एशियाई बाजारों, विशेष रूप से चीन, के साथ कई व्यावसायिक साझेदारियां की हैं। हालांकि कंपनी ने हमेशा यह कहा है कि उसकी कारोबारी नीतियां वैश्विक प्रतिस्पर्धा और कानूनी मानकों के अनुरूप हैं। पैट्रिक टैन ने अब तक ट्रंप के आरोपों पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया है।
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ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब इंटेल अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और अमेरिकी चिप उद्योग को चीन पर निर्भरता से मुक्त करने के लिए बड़े निवेश की योजना पर काम कर रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि टैन को हटाने की मांग से न केवल कंपनी की नेतृत्व स्थिरता प्रभावित हो सकती है, बल्कि उसके पुनर्गठन और नवाचार संबंधी प्रयासों पर भी असर पड़ सकता है।
इस पूरे मामले ने अमेरिका में तकनीकी कंपनियों और चीन के बीच व्यावसायिक संबंधों को लेकर चल रही राजनीतिक बहस को और तेज कर दिया है।
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