अमेरिका की एक अदालत ने इस्राइली स्पाइवेयर कंपनी NSO ग्रुप को मेटा प्लेटफॉर्म्स के व्हाट्सएप मैसेजिंग सर्विस को निशाना बनाने से रोकने का आदेश दिया है। यह फैसला कंपनी के लिए बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि NSO पहले ही चेतावनी दे चुकी है कि यह उनके व्यवसाय को प्रभावित कर सकता है।
शुक्रवार को सुनाए गए 25 पृष्ठों के फैसले में अमेरिकी जिला न्यायाधीश फिलिस हैमिल्टन ने NSO ग्रुप पर स्थायी निषेधाज्ञा लगा दी, जिससे वह व्हाट्सएप में सेंध लगाने का प्रयास नहीं कर पाएंगे। व्हाट्सएप विश्व की सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली संचार सेवाओं में से एक है, और इसके खिलाफ NSO की हर कोशिश पर अब कानूनी रोक लग गई है।
साथ ही, न्यायाधीश ने हाल ही में समाप्त हुए जूरी ट्रायल में NSO को दी गई दंडात्मक क्षतिपूर्ति में भारी राहत भी दी। पहले कंपनी को मेटा को लगभग 167 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने थे, जिसे अब घटाकर 4 मिलियन डॉलर कर दिया गया है।
और पढ़ें: व्हाट्सऐप पर मेटा ने शुरू की रियल-टाइम अनुवाद सुविधा
NSO ग्रुप को वर्षों से अपने प्रमुख हैकिंग टूल, पेगासस, के जरिए मानवाधिकार उल्लंघनों में शामिल होने के आरोपों का सामना करना पड़ा है। इस निषेधाज्ञा से NSO के संचालन पर बड़ा असर पड़ सकता है और यह कंपनी के लिए गंभीर कानूनी और व्यावसायिक चुनौतियों का संकेत है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस निर्णय से तकनीकी कंपनियों के बीच गोपनीयता और सुरक्षा के मुद्दे और अधिक गंभीर हो सकते हैं। व्हाट्सएप और अन्य प्लेटफॉर्म्स के उपयोगकर्ताओं के लिए यह सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
और पढ़ें: आईफोन 17 की जबरदस्त मांग से एप्पल $4 ट्रिलियन मूल्यांकन के करीब पहुँचा