भारत के प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज वज़ीरएक्स (WazirX) के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। सिंगापुर हाई कोर्ट ने आधिकारिक रूप से वज़ीरएक्स की पुनर्गठन (restructuring) योजना को मंज़ूरी दे दी है। इस फैसले से उन हजारों भारतीय निवेशकों को उम्मीद जगी है जिनकी क्रिप्टो संपत्तियाँ एक्सचेंज में फंसी हुई थीं।
पिछले कई महीनों से वज़ीरएक्स वित्तीय संकट से जूझ रहा था, जिससे इसके संचालन और निकासी सेवाओं पर असर पड़ा था। अब अदालत की मंज़ूरी के बाद, कंपनी को अपने व्यापार ढांचे को दोबारा व्यवस्थित करने और संचालन को जल्द बहाल करने का रास्ता मिल गया है।
जानकारी के अनुसार, यह योजना वज़ीरएक्स के मौजूदा लेनदारों, निवेशकों और ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इस पुनर्गठन के तहत, एक्सचेंज का प्रबंधन पारदर्शिता बढ़ाने, उपयोगकर्ताओं की फंसी संपत्तियों को सुरक्षित रूप से वापस दिलाने और नियामक मानकों का पालन सुनिश्चित करने पर जोर देगा।
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कई भारतीय निवेशकों ने सोशल मीडिया और फोरम्स पर इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम “न्यायपूर्ण और आशाजनक” है। वहीं कुछ विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि वज़ीरएक्स को अपनी विश्वसनीयता बहाल करने के लिए कड़े नियामक मानकों और बेहतर ग्राहक सेवा पर ध्यान देना होगा।
फिलहाल, वज़ीरएक्स के संचालन को फिर से शुरू करने की दिशा में बातचीत चल रही है और उम्मीद है कि आने वाले हफ्तों में उपयोगकर्ता अपने खातों तक दोबारा पहुंच प्राप्त कर सकेंगे।
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