भारत के प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स (WazirX) ने घोषणा की है कि उसकी संशोधित पुनर्गठन योजना को उपयोगकर्ताओं ने दोबारा मतदान कर भारी बहुमत से मंजूरी दे दी है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब सिंगापुर की अदालत ने पहले प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
कंपनी के अनुसार, पहली पुनर्गठन योजना को अदालत की आपत्तियों के कारण निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद प्रबंधन ने संशोधित प्रस्ताव तैयार किया और उपयोगकर्ताओं से पुनः अनुमोदन के लिए मतदान कराया। वज़ीरएक्स का कहना है कि नई योजना को अपेक्षा से कहीं अधिक समर्थन मिला है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उपयोगकर्ता प्लेटफ़ॉर्म की दीर्घकालिक स्थिरता और विकास के पक्ष में हैं।
कंपनी ने बताया कि इस पुनर्गठन योजना के तहत संचालन को मजबूत करने, वित्तीय संरचना को सुव्यवस्थित करने और निवेशकों के हितों की रक्षा के उपाय शामिल हैं। वज़ीरएक्स का मानना है कि यह कदम न केवल मौजूदा चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा, बल्कि प्लेटफ़ॉर्म को भविष्य की वृद्धि के लिए भी तैयार करेगा।
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उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो मार्केट में हालिया अस्थिरता और नियामकीय दबाव को देखते हुए, यह योजना वज़ीरएक्स के लिए अहम साबित हो सकती है। उपयोगकर्ताओं की भागीदारी और समर्थन से संकेत मिलता है कि भारतीय क्रिप्टो निवेशक अब भी घरेलू एक्सचेंजों पर भरोसा रखते हैं।
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