भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने 2030 तक 50% मार्केट शेयर हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। कंपनी के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने एनडीटीवी प्रॉफिट से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति काफी आक्रामक है — 2030–31 तक निर्यात को 7.5 से 8 लाख यूनिट तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
हालांकि, भार्गव ने यह भी बताया कि कंपनी के मुनाफे के मार्जिन हर तिमाही में कई बाजार और परिचालन कारणों से उतार-चढ़ाव में रहते हैं। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के बाद ग्राहकों ने खरीदारी रोक दी थी, क्योंकि उन्हें जीएसटी में संभावित कटौती की उम्मीद थी। अंततः 22 सितंबर को जीएसटी दरों में कटौती की घोषणा के बाद बिक्री में रिकॉर्ड उछाल देखा गया।
मारुति सुजुकी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (सेल्स और मार्केटिंग) पार्थो बनर्जी ने बताया कि अक्टूबर में कंपनी ने 2,42,096 यूनिट्स की रिटेल बिक्री की, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 20% अधिक है। यह कंपनी का अब तक का सबसे ऊंचा अक्टूबर बिक्री रिकॉर्ड रहा।
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उन्होंने कहा कि नवरात्र से शुरू हुए 40-दिनों के त्योहारी सीजन में कंपनी को 5 लाख बुकिंग्स और 4.1 लाख रिटेल सेल्स मिलीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दोगुनी है। बनर्जी ने बताया कि जीएसटी 2.0 सुधारों के बाद पहली बार गाड़ियों के खरीदारों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
कुल मिलाकर, अक्टूबर में मारुति सुजुकी की घरेलू बिक्री (व्यावसायिक वाहनों सहित) 1,80,675 यूनिट्स रही, जो पिछले साल के 1,63,130 यूनिट्स की तुलना में 10.75% की वृद्धि है। वहीं, घरेलू यात्री वाहन बिक्री 1,59,591 यूनिट्स से बढ़कर 1,76,318 यूनिट्स पहुंची।