भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee - MPC) की तीन दिवसीय बैठक जारी है। इस बैठक की अध्यक्षता आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा कर रहे हैं। समिति ने 4 अगस्त 2025 से मौद्रिक नीति पर विचार-विमर्श शुरू किया, जिसमें देश की आर्थिक स्थिति, मुद्रास्फीति और भविष्य की ब्याज दरों को लेकर निर्णय लिए जा रहे हैं।
बैठक के दौरान आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था वर्तमान में अमेरिका की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने बताया कि मजबूत घरेलू मांग, नियंत्रित मुद्रास्फीति और स्थिर वित्तीय व्यवस्था के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद मजबूती से आगे बढ़ रही है।
गवर्नर ने यह भी कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश का माहौल बेहतर हुआ है और रोजगार सृजन में वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले महीनों में मौद्रिक नीतियों का उद्देश्य आर्थिक स्थिरता बनाए रखना और विकास की गति को बढ़ाना होगा।
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समिति की बैठक में रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट और अन्य नीतिगत दरों पर संभावित बदलावों पर चर्चा हो रही है। विश्लेषकों का मानना है कि आरबीआई फिलहाल ब्याज दरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं करेगा, लेकिन भविष्य के लिए लचीला रुख बनाए रखेगा।
बैठक के नतीजे जल्द ही घोषित किए जाएंगे, जिससे बाजारों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इस बीच, विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता विदेशी निवेशकों के लिए भी सकारात्मक संकेत है।
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