नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल के उस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि एयर इंडिया की एक उड़ान की लैंडिंग इसलिए रद्द करनी पड़ी क्योंकि रनवे पर पहले से एक अन्य विमान मौजूद था।
डीजीसीए ने जारी अपने विस्तृत बयान में स्पष्ट किया कि संबंधित उड़ान का मार्ग बदलने का कारण मौसम रडार में तकनीकी समस्या थी, न कि रनवे पर किसी अन्य विमान की उपस्थिति।
बयान के अनुसार, एयर इंडिया की यह उड़ान त्रिवेंद्रम से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। उड़ान के दौरान पायलट को मौसम रडार में गड़बड़ी का पता चला, जो विमान संचालन में सुरक्षा से संबंधित एक गंभीर तकनीकी पहलू है। ऐसे मामलों में वैमानिक नियमों के तहत पायलट को निकटतम उपयुक्त हवाई अड्डे पर उतरने का निर्देश होता है।
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डीजीसीए ने बताया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विमान को चेन्नई की ओर मोड़ा गया, जहां यह सुरक्षित रूप से उतरा। वहां तकनीकी समस्या की जांच और सुधार के बाद उड़ान अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई।
सांसद वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि त्रिवेंद्रम हवाई अड्डे पर उतरते समय रनवे पर पहले से एक विमान मौजूद था, जिसके कारण एयर इंडिया की उड़ान को अचानक चेन्नई की ओर मोड़ दिया गया। हालांकि, डीजीसीए ने कहा कि यह दावा तथ्यों पर आधारित नहीं है और उड़ान की दिशा बदलने का एकमात्र कारण तकनीकी खामी थी।
एजेंसी ने दोहराया कि यात्री सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसी कारण एहतियाती कदम उठाए गए।
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