भारत-भूटान के संबंधों को और मजबूत करने के संकेत देते हुए, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे अयोध्या पहुंचे। उन्होंने यहां भव्य राम मंदिर का दर्शन किए।
तोबगे भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान से अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरे, जहां उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्हें विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच राम मंदिर ले जाया गया।
राम जन्मभूमि परिसर पहुंचने पर तोबगे ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और भगवान श्रीराम के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित की। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने मंदिर के निर्माण और इसकी भव्यता को देखकर गहरी प्रशंसा व्यक्त की।
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तोबगे की इस यात्रा को दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक रिश्तों की मजबूती के तौर पर देखा जा रहा है। भारत और भूटान लंबे समय से ऐतिहासिक, धार्मिक और कूटनीतिक संबंध साझा करते आए हैं।
अयोध्या प्रशासन ने भूटान के प्रधानमंत्री के दौरे के लिए व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम किए थे। स्थानीय नागरिकों में भी उनके आगमन को लेकर उत्साह देखा गया और कई लोगों ने इसे भारत-भूटान संबंधों का नया अध्याय बताया।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह दौरा सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह भारत और भूटान के बीच कूटनीतिक और जनसंपर्क संबंधों को भी नई ऊंचाई देगा।
राम मंदिर, जो हाल ही में उद्घाटित हुआ है, अब न केवल भारत बल्कि दुनिया भर से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। भूटान के प्रधानमंत्री की यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि अयोध्या अब एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन केंद्र बनता जा रहा है।
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