चेन्नई पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके संपत्ति बेची। यह मामला शहर में बढ़ती जमीन और अचल संपत्ति धोखाधड़ी की घटनाओं में एक नया उदाहरण पेश करता है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में से दो रियल एस्टेट ब्रोकर हैं। उन्होंने संपत्ति मालिक के समान नाम वाले व्यक्ति की मृत्यु प्रमाणपत्र (Death Certificate) का दुरुपयोग किया और संपत्ति को बेचने का प्रयास किया। इस तरह की धोखाधड़ी में कानूनी प्रक्रियाओं की लापरवाही और दस्तावेजों की जाँच में कमी का फायदा उठाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई गोपनीय शिकायत और जाँच के आधार पर की गई। उन्होंने कहा कि संपत्ति खरीदने और बेचने वालों को हमेशा सत्यापित दस्तावेज और कानूनी जांच करने की आवश्यकता है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में सावधानी और जागरूकता बहुत जरूरी है। खरीदार और निवेशक को संपत्ति के कागजात, मालिकाना हक और संबंधित प्रमाणपत्रों की पूरी जांच करनी चाहिए ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके।
पुलिस ने आगे कहा कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी की जा रही है और मामले में अन्य संभावित साजिशकर्ताओं की भी तलाश की जा रही है।
यह मामला चेन्नई में बढ़ती संपत्ति घोटालों और नकली दस्तावेजों के मामलों पर प्रकाश डालता है और नागरिकों को सतर्क रहने की चेतावनी देता है।
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