दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 12 वार्डों में उपचुनाव के लिए रविवार (30 नवंबर 2025) सुबह मतदान शुरू हो गया। मतदान प्रक्रिया को लेकर राजधानी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यह उपचुनाव इस लिहाज़ से महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि यह फरवरी में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा की बड़ी जीत के बाद दिल्ली के मतदाताओं के मूड का संकेत दे सकता है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने 12 वार्डों में मतदान के लिए 143 स्थानों पर 580 बूथ स्थापित किए हैं। चुनावी प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए 2,320 चुनाव कर्मी, 580 होमगार्ड, 2,265 अन्य कर्मचारी तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 13 कंपनियों को तैनात किया गया है।
इन उपचुनावों में कुल 51 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 26 महिलाएं शामिल हैं। महिला उम्मीदवारों की सर्वाधिक संख्या (8) भाजपा ने उतारी है, उसके बाद आम आदमी पार्टी (6) और कांग्रेस (5) का स्थान है। यह उपचुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि फरवरी के विधानसभा चुनावों के बाद एक बार फिर भाजपा और आप के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।
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फरवरी 2025 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद दिल्ली में फिर से सत्ता हासिल की थी, जबकि आप को सत्ता से बाहर होना पड़ा। एमसीडी के इन 12 वार्डों में से 9 वार्ड पहले भाजपा के पास थे और 3 आप के पास थे। नए चुनाव परिणाम यह तय करेंगे कि दोनों दलों की राजनीतिक पकड़ में क्या बदलाव आता है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इन उपचुनावों के नतीजे न सिर्फ एमसीडी की शक्ति-संतुलन को प्रभावित करेंगे, बल्कि आने वाले राजनीतिक समीकरणों का संकेत भी देंगे।
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