6 दिसंबर को गोवा के उत्तर गोवा स्थित अरपोरा में एक नाइटक्लब में लगी भीषण आग की घटना में 25 लोगों की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सह-मालिक गौरव और सौरभ लुथरा को बुधवार (17 दिसंबर 2025) को दिल्ली से गोवा लाया गया। दोनों को थाईलैंड से निर्वासित किए जाने के बाद दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था।
गौरव और सौरभ लुथरा, जो ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब के सह-मालिक हैं, को गोवा पुलिस की एक टीम बुधवार सुबह मणोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, मोपा लेकर पहुंची। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पुलिस टीम सुबह करीब 10.45 बजे गोवा पहुंची। इसके बाद दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए अंजुना पुलिस थाने ले जाने की संभावना है।
अधिकारियों ने बताया कि लुथरा बंधुओं को मापुसा स्थित अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उनकी नियमित रिमांड की मांग की जाएगी। गोवा पुलिस इस मामले में उनसे विस्तार से पूछताछ करेगी, ताकि आग लगने के कारणों और सुरक्षा मानकों में हुई कथित लापरवाही की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
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आग की इस दर्दनाक घटना के बाद अंजुना पुलिस ने लुथरा बंधुओं के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया था। जांच में सामने आया कि घटना के कुछ ही घंटों बाद, 7 दिसंबर की सुबह, दोनों आरोपी थाईलैंड के फुकेट भाग गए थे। इसके बाद भारतीय एजेंसियों ने इंटरपोल के जरिए ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया और उनके पासपोर्ट भी रद्द कर दिए गए।
11 दिसंबर को थाई अधिकारियों ने भारतीय सरकार के अनुरोध पर फुकेट में दोनों को हिरासत में लिया। इसके बाद भारत और थाईलैंड के बीच मौजूद कानूनी संधियों के तहत उन्हें भारत निर्वासित किया गया। दिल्ली पहुंचते ही 16 दिसंबर को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जहां की एक अदालत ने गोवा पुलिस को दो दिन की ट्रांजिट रिमांड दी थी।
इस मामले में अब तक गोवा पुलिस नाइटक्लब के पांच मैनेजरों और स्टाफ सदस्यों को भी गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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