सरकारी स्वामित्व वाली तेल और गैस कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ONGC) अपने जुलाई से सितंबर 2025 तिमाही (Q2FY26) के वित्तीय परिणामों की घोषणा अगले सप्ताह करेगी। निवेशकों और विश्लेषकों की नज़र इस पर टिकी है क्योंकि यह रिपोर्ट भारत की ऊर्जा खपत के रुझानों पर अहम संकेत देगी।
ओएनजीसी ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि उसकी बोर्ड बैठक 10 नवंबर (सोमवार) को होगी, जिसमें सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही और अर्धवार्षिक अनऑडिटेड वित्तीय परिणाम (स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड) को मंजूरी दी जाएगी। इसी बैठक में डिविडेंड की सिफारिश पर भी चर्चा हो सकती है। अगर यह स्वीकृत होता है, तो यह वित्त वर्ष 2025-26 का पहला अंतरिम डिविडेंड होगा।
कंपनी ने बताया कि ट्रेडिंग विंडो 1 अक्टूबर से 12 नवंबर तक बंद रहेगी, ताकि इनसाइडर ट्रेडिंग के नियमों (SEBI Regulations 2015) का पालन हो सके। यह रोक निदेशकों, प्रमोटर्स और उनके परिजनों जैसे निर्धारित व्यक्तियों पर लागू है।
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ओएनजीसी अपनी Q2 रिपोर्ट जारी करने के अगले दिन, 11 नवंबर को दोपहर 3:30 बजे एक अर्निंग्स कॉल आयोजित करेगी, जिसमें निदेशक (वित्त) विवेक सी. टोंगांवकर और उनकी टीम वित्तीय प्रदर्शन पर चर्चा करेंगे।
Q1FY26 में, ओएनजीसी ने ₹11,554 करोड़ का कंसॉलिडेटेड शुद्ध लाभ दर्ज किया था, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के ₹9,776 करोड़ से 18.2% अधिक था। कंपनी की ग्रॉस रेवेन्यू ₹1.63 लाख करोड़ रही। वहीं, शेयर की कीमत पिछले एक वर्ष में 3.83% गिरी है, लेकिन पिछले छह महीनों में 8.27% बढ़ी है।
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