राजद अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने IRCTC घोटाला मामले में उनके और उनके परिवार के खिलाफ आरोप तय किए जाने के बाद इसे राजनीतिक बदले के रूप में बताया। तेजस्वी ने कहा कि यह कार्रवाई बिहारियों और गैर-बिहारियों के बीच राजनीतिक लड़ाई का हिस्सा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मामला केवल राजनीतिक प्रतिशोध है और इससे वह अपने राजनीतिक अभियान में पीछे नहीं हटेंगे।
तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार की ओर से यह कदम उनकी पार्टी और बिहार की जनता के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि वह लोकतांत्रिक तरीके से भाजपा के खिलाफ राजनीतिक संघर्ष जारी रखेंगे और बिहार में न्याय और विकास के मुद्दों पर जनता के साथ खड़े रहेंगे।
IRCTC मामले में तेजस्वी यादव, उनकी मां राबड़ी देवी और छोटे भाई तेज प्रताप यादव सहित कई परिवारिक सदस्य आरोपित किए गए हैं। इस मामले में मुख्य रूप से रोजमर्रा की रेल किराया और होटल बुकिंग के संदर्भ में कथित भ्रष्टाचार को लेकर जांच की गई थी।
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राजद नेता का कहना है कि ऐसे मामले सिर्फ राजनीतिक प्रतिशोध के लिए उत्पन्न किए जाते हैं और इससे विपक्षी दलों को कमजोर करने की कोशिश की जाती है। तेजस्वी ने जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की कार्रवाई से विचलित न हों और समान न्याय और लोकतंत्र की रक्षा में उनका साथ दें।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला आगामी चुनावों और बिहार की राजनीतिक लड़ाई में केंद्र और राज्य सरकार के बीच तनाव को भी उजागर करता है।
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