महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों से पहले SIR (State Investment Region) के निर्णय को स्थगित करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग (EC) से अनुरोध किया है। SEC का तर्क है कि जनवरी में होने वाले स्थानीय चुनावों के पहले इस मामले पर कोई अंतिम निर्णय लेना उचित नहीं होगा, क्योंकि इससे चुनावी प्रक्रिया और जनमत पर प्रभाव पड़ सकता है।
SEC ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि SIR परियोजना से जुड़े मामलों पर निर्णय लेने से पहले स्थानीय प्रशासन और जनता की राय को ध्यान में रखना आवश्यक है। आयोग ने कहा कि यदि यह निर्णय चुनावों से पहले लागू होता है, तो यह राजनीतिक विवाद और मतदाताओं में भ्रम पैदा कर सकता है।
SEC ने EC से अनुरोध किया कि स्थानीय चुनावों के समापन तक SIR से संबंधित किसी भी कार्रवाई को स्थगित किया जाए। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव के दौरान कोई संवेदनशील निर्णय लेना लोकतांत्रिक प्रक्रिया और मतदाताओं के अधिकारों के लिए उचित नहीं होगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित करने और चुनावी माहौल में संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। SIR परियोजना के स्थगन से चुनावी परिणामों पर अप्रत्याशित प्रभाव नहीं पड़ेगा और राजनीतिक तनाव को भी कम किया जा सकेगा।
इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन लोकतांत्रिक मूल्यों और मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के प्रति संवेदनशील हैं। आगामी चुनावों के बाद ही SIR परियोजना पर विचार और निर्णय लिया जाएगा, जिससे सभी पक्षों को न्यायपूर्ण अवसर मिल सके।
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