तिरुमला तिरुपति देवस्थानों (TTD) ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष बी.आर. नायडू ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि वर्ष 2019 से 2024 के बीच तिरुमला मंदिर में तैयार किए गए कुल 48.76 करोड़ लड्डुओं में से लगभग 20.1 करोड़ लड्डू मिलावटी घी से बनाए गए। यह लड्डू उन 11 करोड़ श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिए गए, जिन्होंने जून 2019 से जून 2024 तक तिरुमला के श्री वेंकटेश्वर मंदिर के दर्शन किए।
इस घोटाले की जांच वर्तमान में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की अगुवाई में गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बड़ी मात्रा में अशुद्ध या नकली घी का उपयोग किया गया, जो श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। तिरुपति लड्डू को अत्यंत पवित्र प्रसाद माना जाता है, ऐसे में इसके साथ इस तरह की मिलावट का खुलासा पूरे देश में सनसनी का कारण बना है।
टीटीडी प्रशासन इस मामले से स्तब्ध रह गया है, क्योंकि यह न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा मामला है, बल्कि TTD की विश्वसनीयता पर भी सीधा असर डालता है। जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कितने स्तर पर और किन अधिकारियों की मिलीभगत से मिलावटी घी की आपूर्ति और उपयोग हुआ।
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अध्यक्ष ने बताया कि जांच पूरी गंभीरता से चल रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, भक्तों में भारी नाराजगी है और वे TTD से प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
यह मामला न केवल बड़े पैमाने पर मिलावट का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि विश्व के सबसे धनी और प्रतिष्ठित धार्मिक संस्थानों में से एक में किस तरह भारी लापरवाही हुई।
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