शनिवार की प्रमुख खबरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मणिपुर दौरा सुर्खियों में रहा, जहां उन्होंने राज्य की पहाड़ियों और घाटी के लोगों के बीच भरोसे का मजबूत पुल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मोदी ने कहा कि शांति और सौहार्द मणिपुर के विकास की सबसे बड़ी शर्त है। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार उनकी हर समस्या को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
दूसरी बड़ी खबर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रही। अमेरिका ने जी7 देशों से अपील की है कि वे उन देशों पर शुल्क (tariffs) लगाएं जो रूस से तेल खरीद रहे हैं। अमेरिकी प्रशासन का मानना है कि इससे रूस की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ेगा और उसे यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह प्रस्ताव वैश्विक ऊर्जा बाजार और भारत जैसे देशों की नीतियों पर भी असर डाल सकता है।
इसके अलावा देश-विदेश की अन्य सुर्खियों में राजनीतिक हलचल और आर्थिक खबरें शामिल रहीं। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार से महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर चर्चा की मांग दोहराई। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर मध्य-पूर्व में जारी तनाव और तेल बाजार की अनिश्चितता ने वैश्विक चिंता को और गहरा कर दिया।
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विशेषज्ञों का मानना है कि जहां मणिपुर में पीएम मोदी की अपील शांति स्थापित करने की दिशा में अहम संकेत है, वहीं अमेरिका की पहल ऊर्जा राजनीति को नया मोड़ दे सकती है। दोनों ही खबरें निकट भविष्य की भू-राजनीति और आंतरिक स्थिरता को प्रभावित करने वाली हैं।
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