अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी से बेघर लोगों को हटाकर उन्हें राजधानी से काफी दूर भेजने की योजना पेश की है। उनका कहना है कि राजधानी की सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर बढ़ती बेघर आबादी शहर की छवि और सुरक्षा के लिए नुकसानदेह है, इसलिए उन्हें यहां से हटाना आवश्यक है।
हालांकि, व्हाइट हाउस ने इस योजना के कानूनी आधार पर कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की है। जब मीडिया ने पूछा कि ट्रंप किन कानूनी शक्तियों का उपयोग करके वॉशिंगटन से लोगों को हटाएंगे, तो प्रशासन ने जवाब देने से इनकार कर दिया।
ट्रंप के प्रस्ताव ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों के बीच चिंता बढ़ा दी है। उनका कहना है कि यह कदम संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन हो सकता है और इससे बेघर लोगों की स्थिति और भी खराब हो जाएगी। कई संगठनों ने चेतावनी दी है कि केवल बेघर लोगों को राजधानी से दूर भेजने से समस्या हल नहीं होगी, बल्कि उनके पुनर्वास और सहायता के ठोस उपाय जरूरी हैं।
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राजधानी वॉशिंगटन में बेघर लोगों की संख्या हाल के वर्षों में बढ़ी है, खासकर कोविड-19 महामारी के बाद, जब कई लोग नौकरियां और घर खो बैठे। इस समस्या का समाधान लंबे समय से विवाद का विषय रहा है, जिसमें एक ओर शहर की सुरक्षा और सौंदर्य पर जोर दिया जाता है, तो दूसरी ओर मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की मांग होती है।
ट्रंप की इस योजना के विरोधियों का कहना है कि यह कदम राजनीतिक लाभ के लिए उठाया जा रहा है, जबकि समर्थक इसे शहर को “साफ और सुरक्षित” बनाने की दिशा में आवश्यक कदम मानते हैं। आने वाले समय में यह मुद्दा अमेरिका की घरेलू राजनीति में बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है।
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