अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन में जारी संघर्ष जल्द समाप्त नहीं हुआ तो रूस पर “भारी प्रतिबंध” लगाए जाएंगे। ट्रंप ने कहा कि वे आने वाले दो हफ्तों में यूक्रेन शांति प्रयासों पर एक “महत्वपूर्ण निर्णय” लेंगे, जिसमें या तो रूस के खिलाफ कठोर कदम उठाने या फिर कोई कार्रवाई न करने का विकल्प शामिल हो सकता है।
व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने बताया कि ट्रंप प्रशासन इस समय कई विकल्पों पर विचार कर रहा है, जिनमें वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्र पर लक्षित प्रतिबंध प्रमुख हैं। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य रूस पर दबाव बढ़ाना और यूक्रेन संकट के समाधान के लिए वार्ता का मार्ग प्रशस्त करना है।
ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यदि रूस पीछे नहीं हटता तो हमारे पास कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। यह संघर्ष खत्म होना चाहिए और हम इसे अनदेखा नहीं कर सकते।”
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अमेरिका के सहयोगी देशों ने भी संकेत दिया है कि वे किसी भी नए प्रतिबंधात्मक कदम का समर्थन कर सकते हैं। वहीं, रूस ने पहले ही चेतावनी दी है कि पश्चिमी प्रतिबंधों का उस पर कोई असर नहीं होगा और ऐसे कदम संबंधों को और बिगाड़ सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्ते यूक्रेन संकट के भविष्य को तय करने में अहम साबित हो सकते हैं। यदि अमेरिका सख्त रुख अपनाता है तो रूस-अमेरिका संबंधों में तनाव और बढ़ सकता है।
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