देशभर के 3 लाख से अधिक स्कूलों ने एक साथ विकसित भारत बिल्डाथॉन में भाग लेकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में नवाचार, तकनीकी सोच और समस्या समाधान की भावना को प्रोत्साहित करना है, ताकि भारत के भविष्य के निर्माण में युवा वर्ग सक्रिय भूमिका निभा सके।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और नीति आयोग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस बिल्डाथॉन में देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सरकारी एवं निजी स्कूलों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में सस्टेनेबल डेवलपमेंट, डिजिटल नवाचार, पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा सुधार और ग्रामीण विकास जैसे विषयों पर प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री के “विकसित भारत 2047” विजन से प्रेरित है, जिसमें युवाओं की रचनात्मकता को राष्ट्रीय प्रगति से जोड़ने पर बल दिया गया है। बिल्डाथॉन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को तकनीक और नवाचार के माध्यम से सामाजिक समस्याओं के समाधान खोजने के लिए प्रेरित करना है।
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इस दौरान कई स्कूलों ने अपने स्थानीय स्तर पर भी विशेष प्रदर्शनियों और नवाचार प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। विजेता टीमों को राष्ट्रीय स्तर पर आमंत्रित किया जाएगा, जहां उन्हें विशेषज्ञों के सामने अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा।
शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की पहलें न केवल शिक्षा के व्यावहारिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देती हैं, बल्कि छात्रों को भारत के विकास की दिशा में जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में भी प्रेरित करती हैं।
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