दिल्ली के लाल किला क्षेत्र में सोमवार शाम हुए भीषण धमाके के मामले में जम्मू-कश्मीर के सांबूरा गांव से 44 वर्षीय तारीक अहमद मलिक को गिरफ्तार किया गया है। वह जम्मू-कश्मीर के एक बैंक में सुरक्षा प्रभारी के रूप में कार्यरत था। पुलिस ने उसे ब्लास्ट में शामिल तीन संदिग्धों में से एक बताया है।
सोमवार शाम सुबहस मार्ग पर स्थित एक रेड लाइट के पास सफेद हुंडई i20 कार में जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 23 से अधिक लोग घायल हुए। कार को डॉ. उमर मोहम्मद चला रहा था, जिसे आत्मघाती हमलावर माना जा रहा है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, इस धमाके में तीन और लोग शामिल थे — तारीक अहमद मलिक, आमिर रशीद, और उमर रशीद।
सूत्रों के अनुसार, तारीक और आमिर को श्रीनगर लाया गया है, जहां उनसे पूछताछ जारी है, जबकि उमर रशीद अभी भी पंपोर क्षेत्र में है।
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धमाका शाम 6:52 बजे हुआ, जब कार रेड लाइट पर रुकी थी और कुछ ही सेकंड में विस्फोट हो गया। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि आसपास खड़ी 22 गाड़ियां आग की लपटों में घिर गईं, और लोग चारों ओर उछल गए। मौके पर पहुंची 15 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को आग बुझाने में करीब आधा घंटा लगा।
इससे पहले दिन में, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने मिलकर एक “व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल” का पर्दाफाश किया था और डॉ. अदील अहमद रदर व डॉ. मुज्जमिल शकील को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक और हथियार बरामद हुए थे। सूत्रों के अनुसार, इसी गिरफ्तारी से बौखलाकर डॉ. उमर मोहम्मद ने यह धमाका किया।
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