फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो और एचडीएफसी पेंशन मैनेजमेंट कंपनी ने मिलकर अपने डिलीवरी पार्टनर्स के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) का नया मॉडल पेश किया है। यह पहल विशेष रूप से गिग इकॉनमी में काम करने वाले उन डिलीवरी कर्मचारियों के लिए है, जो अक्सर सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से वंचित रह जाते हैं।
इस मॉडल की औपचारिक शुरुआत 1 अक्टूबर को भारतीय पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह कदम लाखों डिलीवरी पार्टनर्स को सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता प्रदान करेगा।
नई योजना के तहत जोमैटो के डिलीवरी पार्टनर्स आसानी से एनपीएस खाता खोल सकेंगे और नियमित योगदान देकर अपने भविष्य के लिए पेंशन बना पाएंगे। इससे उन्हें वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा मिलेगी। इसके अलावा, इस योजना से डिलीवरी पार्टनर्स को कर लाभ (Tax Benefits) भी प्राप्त होंगे।
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एचडीएफसी पेंशन ने कहा कि यह मॉडल भारत में गिग और प्लेटफ़ॉर्म वर्कर्स को औपचारिक वित्तीय ढांचे से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जोमैटो ने भी इसे अपने डिलीवरी पार्टनर्स के हित में ऐतिहासिक पहल बताया।
विशेषज्ञों का मानना है कि गिग इकॉनमी भारत में तेजी से बढ़ रही है और लाखों युवा इसमें रोजगार पा रहे हैं। ऐसे में उनके लिए पेंशन जैसी दीर्घकालिक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की उपलब्धता बेहद जरूरी है।
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