सूर्या चारिश्मा तामिरी के लिए वर्ष 2025 का अंत बेहद यादगार रहा। महज 19 साल की उम्र में उन्होंने अपने करियर की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में महिला एकल का खिताब जीत लिया। इस जीत के साथ ही चारिश्मा ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करा दी है।
महिला एकल फाइनल में चारिश्मा का सामना तन्वी पात्रि से हुआ। मुकाबले की शुरुआत उनके लिए आसान नहीं रही और उन्हें पहला गेम 17-21 से गंवाना पड़ा। हालांकि, इसके बाद चारिश्मा ने शानदार जुझारूपन दिखाया और अगले दो गेम में जबरदस्त वापसी करते हुए 21-12 और 21-14 से जीत दर्ज की। इस संघर्षपूर्ण जीत के साथ उन्होंने अपना पहला सीनियर राष्ट्रीय खिताब अपने नाम किया।
यह खिताब चारिश्मा के लिए सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि बड़े मंच पर उनके आगमन की घोषणा भी है। उन्होंने दिखा दिया कि वह दबाव में भी संयम और आत्मविश्वास के साथ खेल सकती हैं। उनके खेल में निरंतरता, फिटनेस और रणनीतिक समझ साफ नजर आई, जिसने उन्हें इस खिताबी मुकाबले में बढ़त दिलाई।
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सूर्या चारिश्मा तामिरी ने बहुत कम उम्र में ही बैडमिंटन की ओर रुख कर लिया था। चौथी कक्षा में उन्होंने औपचारिक प्रशिक्षण शुरू किया और दो साल बाद कोच के. भास्कर के मार्गदर्शन में अभ्यास करने लगीं। तब से लेकर आज तक वह उन्हीं के साथ प्रशिक्षण ले रही हैं। कोच भास्कर की देखरेख में चारिश्मा ने तकनीक, मानसिक मजबूती और मैच टेंपरामेंट में लगातार सुधार किया है।
राष्ट्रीय चैंपियनशिप में यह जीत भविष्य के लिए चारिश्मा के आत्मविश्वास को और मजबूत करेगी। माना जा रहा है कि आने वाले समय में वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकती हैं।
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