भारत की पूर्व कप्तान और अनुभवी क्रिकेट विश्लेषक अंजुम चोपड़ा ने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले भारत के अगले मुकाबले से पहले टीम की तैयारी पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि पांच से छह दिन का अंतराल किसी भी टूर्नामेंट में “काफी लंबा समय” होता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम इस ब्रेक का उपयोग किस तरह करती है।
अंजुम ने कहा, “इतने लंबे अंतराल में सबसे बड़ी चुनौती होती है फोकस और रिदम बनाए रखना। खिलाड़ी अक्सर निरंतर मैचों की लय में रहते हैं, लेकिन जब बीच में लंबा ब्रेक आता है, तो उसे सही तरीके से संभालना जरूरी होता है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारतीय टीम के पास इस अवधि में अपनी रणनीति को मजबूत करने, फिटनेस पर ध्यान देने और टीम संयोजन पर चर्चा करने का अच्छा मौका है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस दौरान खिलाड़ी मानसिक रूप से भी तैयार रहें, ताकि इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ वे आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरें।
और पढ़ें: महिला वनडे विश्व कप: मूनी की शतकीय पारी और किंग की पहली अर्धशतकीय पारी से ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के खिलाफ 221/9 रन बनाए
अंजुम चोपड़ा ने इंग्लैंड की टीम की भी तारीफ की, यह कहते हुए कि वे “आक्रामक और संतुलित” क्रिकेट खेलती हैं, इसलिए भारत को अपनी बॉलिंग प्लानिंग और फील्डिंग सेटअप पर खास ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि “भारत के पास प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और कोचिंग स्टाफ समझदार है। अगर टीम इस ब्रेक का सही इस्तेमाल करती है, तो इंग्लैंड के खिलाफ जीत की संभावनाएं काफी बढ़ जाएंगी।”
और पढ़ें: आईसीसी महिला विश्व कप: इंग्लैंड टीम की झलक – नैट स्किवर-ब्रंट के विचार, मैच शेड्यूल और हालिया प्रदर्शन