भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर कुलदीप यादव ने हाल ही में कहा कि दलीप ट्रॉफी में गेंदबाज़ी करने से उन्हें अपनी पुरानी लय वापस पाने में मदद मिली। लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद किसी भी खिलाड़ी के लिए लय और तालमेल वापस पाना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन कुलदीप मानते हैं कि दलीप ट्रॉफी ने उनके लिए यह कमी पूरी की।
कुलदीप ने बताया कि जब खिलाड़ी लंबे समय तक मैदान से बाहर रहता है, तो सबसे ज़रूरी होता है गेंदबाज़ी की लय हासिल करना। उन्होंने कहा, “जब आप लंबे समय तक क्रिकेट नहीं खेलते तो आपको लय की ज़रूरत होती है। मेरे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण था। मैंने दलीप ट्रॉफी का पहला मैच खेला जिसमें मैंने काफी गेंदबाज़ी की और वहीं से मुझे आत्मविश्वास और लय वापस मिली।”
दलीप ट्रॉफी भारतीय घरेलू क्रिकेट का एक अहम टूर्नामेंट है, जहां खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धी माहौल में अपनी फिटनेस और कौशल को परखने का मौका मिलता है। कुलदीप ने बताया कि इस टूर्नामेंट में लगातार गेंदबाज़ी करने से उन्हें न सिर्फ़ अपनी तकनीक पर काम करने का मौका मिला, बल्कि मानसिक मजबूती भी हासिल हुई।
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कुलदीप यादव भारतीय टीम के लिए सीमित ओवर और टेस्ट क्रिकेट दोनों में एक महत्वपूर्ण गेंदबाज़ रहे हैं। हालांकि, चोटों और चयन में उतार-चढ़ाव के कारण उन्हें कई बार टीम से बाहर रहना पड़ा। अब वे मानते हैं कि लगातार मैच प्रैक्टिस और लंबे स्पेल फेंकने से उन्हें अपने करियर की दिशा दोबारा मज़बूत करने में मदद मिल रही है।
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